भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रशांत चन्द्र महालनोबिस : हजारी

पटना : प्रो.प्रशांत चन्द्र महालनोबिस के जन्म दिन अवसर पर स्थानीय बुद्ध मार्ग,स्थित पटना संग्रहालय सभागार में अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय,योजना एवं विकास विभाग, बिहार द्वारा 13वीं सांख्यिकी दिवस समारोह मनाया गया|इस अवसर पर योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने मुख्य अतिथि के रूप में स्व. प्रो.महालनोबिस की जीवनी एवं सांख्यिकी में उनके महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सांख्यिकी,योजना एवं आर्थिक क्षेत्र के अग्रदूत भारतीय सांख्यिकी के जनक स्व. प्रो.प्रशांत चन्द्र महालनोबिस के उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उनके जन्म दिन 29 जून को वर्ष 2007 से ‘‘सांख्यिकी दिवस’’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है,तब से लगातार उनके जन्म दिन को ‘‘सांख्यिकी दिवस’’ के रूप में मनाया जा रहा है|यह 13वीं सांख्यिकी दिवस समारोह एवं स्व. प्रो. प्रशांत चन्द्र महालनोबिस का 126वां जन्मदिन है|इस वर्ष ‘‘सांख्यिकी दिवस’’ का मुख्य विषय  Sustainable Development Goals है,जो वर्तमान परिवेश में प्रासंगिक है|इसके माध्यम से सरकार की संचालित होने वाली सभी तरह की गतिविधियों विकास,योजनाओं का सूत्रण एवं मूल्यांकन का सफलता पूर्वक निष्पादन किया जाता है|जनगणना एवं राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण संबंधी कार्यों को  Sustainable Development Goals को प्राप्त करने हेतु गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाता है|इस आयोजन का उद्देश्य है कि सांख्यिकी लोक जीवन में घुल-मिलकर समाज को विकास की राह दिखाये,यह तभी संभव है जब समाज की समस्याओं को समझने एवं सुलझाने में इसकी उपयोगिता बढ़े|इस विहंगम लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सांख्यिकी से जुड़े सभी तकनीकी समुदाय निष्ठा एवं समर्पण के साथ सचेष्ट रहे,तथा समाज के सभी वर्ग जिसमें राजनेता,प्रशासक एवं बुद्धिजीवी वर्ग शामिल हैं|इस अवसर पर योजना एवं विकास विभाग के सचिव मनीष कुमार वर्मा ने प्रो. महालनोबिस एवं सांख्यिकी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय,कृषि सांख्यिकी,जीवनांक सांख्यिकी एवं विभिन्न अद्यतन प्रकाशनों के माध्यम से राज्य सरकार के साथ-साथ आमजनों के विकास एवं अनुसंधान का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक है|

 

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