राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन को मिली स्वीकृति : प्रेम कुमार

पटना :  कृषि मंत्री डाॅ. प्रेम कुमार ने कहा है कि सरकार द्वारा राज्य में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना को स्वीकृति दी गई है, इस योजना के कार्यान्वयन से चावल, गेहूं, दलहन एवं कोर्स सिरियल तथा वाणिज्यिक फसल गन्ना एवं जूट फसल के उत्पादन में वृद्धि होगी| वर्ष 2018-19 में कुल 9720.625 लाख रूपये की लागत से इस योजना का कार्यान्वयन किया जायेगा, इस योजना के अंतर्गत केन्द्रांश मद में 5832.375 लाख रूपये एवं इसके समानुपातिक राज्यांश मद में 3888.25 लाख रूपये तथा राज्यांश मद से अतिरिक्त सहायता के रूप में 318.515 लाख रूपये कुल 10039.140 लाख रूपये व्यय किया जायेगा|मंत्री ने कहा कि वर्ष 2018-19 में भारत सरकार द्वारा बिहार राज्य के चयनित 15 जिलों में चावल फसल, 10 जिलों में गेहूं फसल एवं सभी 38 जिलों में दलहन फसल एवं 11 जिलों में कोर्स सिरियल मोटा अनाज फसल से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम किये जायेंगे| इसके अतिरिक्त वाणिज्यिक फसल के अंतर्गत राज्य के चयनित 5 जिलों में गन्ना एवं 9 जिलों में जूट से संबंधित कार्यक्रम किये जायेंगे|मंत्री श्री कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना-चावल, गेहूं, दलहन, कोर्स सिरियल एवं जूट कार्यक्रम अंतर्गत फसल प्रत्यक्षण कार्यक्रम क्लस्टर (समूह) में कार्यान्वित किये  जायेंगे|चावल, गेहूं , कोर्स सिरियल एवं जूट फसल के लिये क्लस्टर का न्यूनतम रकवा 20 एकड़ एवं दलहन फसल प्रत्यक्षण के लिए क्लस्टर का न्यूनतम रकवा 10 एकड़ का होगा|प्रत्यक्षण स्थल पर पर्याप्त सिंचाई सुविधा एवं सुगम पहुंच योग्य होना आवश्यक होगा, फसल पद्धति आधारित प्रत्यक्षण में पूरे फसल चक्र के लिए एक ही खेत पर आयोजित किया जायेगा| धान फसल अंतर्गत श्री विधि से धान प्रत्यक्षण के पश्चात् उसी खेत में जीरो टिलेज से  गेहूं की खेती का प्रत्यक्षण कराया जायेगा| जबकि गेहूं फसल में जीरो टिलेज से गेहूं की खेती के पश्चात् मूंग की खेती एवं दलहनी फसल में खरीफ मक्का के पश्चात् मसूर लगाया जायेगा| उन्होंने कहा कि इस योजना के कार्यान्वयन के फलस्वरूप राज्य में खाद्यान्न एवं नगदी फसल के उत्पादन में वृद्धि होगी जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी | 

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