पटना ; राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सीमा सक्सेना ने कहा है कि बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को राज्य सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है,सामान्य स्वास्थ्य मानकों पर भी प्रदेश काफी पिछड़ा हुआ है|मौजूदा सरकार में शामिल पार्टियां यहां कभी साथ तो कभी अलग-अलग सत्ता में रही हैं ,स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दावे तो बहुत किए जाते रहे हैं लेकिन स्थिति बताती है कि इस दिशा में काम काफी कम किए गए हैं|उन्होंने कहा कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे २०१५-१६ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पोषाहार के मामले में बिहार के आधे बच्चे उम्र के हिसाब से ऊंचाई में कम हैं राज्य के ४० फीसदी बच्चों का वजन उनकी ऊंचाई के अनुपात में कम है|आंगनबाड़ी केंद्रों और मिडडे मील के लिए जिस पोषाहार मानकों को तय किया गया था, उसका पालन भी बिहार में नहीं होता है | इन योजनाओं में अनियमितताओं की शिकायतें लगातार सामने आती रहती है परंतु सुधार के लिए सरकार की ओर से ठोस कदम नहीं उठाई गई है |प्रदेश में करीब दो तिहाई बच्चे एनिमिया से पीड़ित हैं सरकार को इसकी जानकारी होने के बाद भी कोई चिंता नहीं है|रालोसपा सचिव ने कहा कि महिलाओं की स्थिति यह है कि एक तिहाई को पोषाहार नहीं मिलता ५० फीसदी महिलाएं बच्चों को जन्म देने के लिए अस्पतालों या स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच पातीं है|गर्भवती महिलाओं में एक तिहाई को प्रसव पूर्व उचित देखभाल और आहार नहीं मिलता वहीँ प्रसव के पश्चात महिलाओं का भी यही हाल है, कुल परिवारों में सिर्फ २० फीसदी ही ऐसे हैं जिनके किसी सदस्य का स्वास्थ्य बीमा है|