जीएसटी चोरी करने वाले व्यवसायियों के विरुद्ध की गई कार्रवाई

पटना : बिहार राज्य कर आयुक्त सह सचिव,पटना के निर्देश पर वाणिज्य कर विभाग द्वारा टैक्स की चोरी कर रहे व्यवसायियों के विरुद्ध कार्रवाई के क्रम में लगातार तीसरे दिन भी 7 फर्मों के व्यवसाय स्थल का निरीक्षण किया गया|21 मई 22 को बिटुमिन तथा आयरन स्क्रैप के 7 फर्मों जिनमे पटना जिला में 3 बेगूसराय में1 गया में1 सारण में 1 तथा कटिहार में 1 फर्म शामिल हैं का निरीक्षण किया गया,जिसमें करोड़ों रुपयों की कर चोरी का मामला उजागर हुआ| निरीक्षित 7 फर्मों में 3 फर्म निबंधन में दर्शाये गए व्यवसाय के मुख्य स्थल पर अस्तित्वहीन  (non-existent) अथवा non-functional पाए गए तथा अन्य 4 बिल ट्रेडिंग में संलिप्त पाए गए|विभाग के केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा  revenue gap analysis  के क्रम में इन फर्मो को चिन्हित किया गया|निरीक्षण के क्रम में यह तथ्य सामने आई कि कुछ बोगस फर्म डमी व्यक्तियों के नाम पर खोले जा रहे हैं जिनका मात्र उद्देश्य अन्य लाभार्थी फर्मों जो मुख्य खिलाड़ी हैं को आईटीसी का लाभ प्रदान करना है,विभाग द्वारा ऐसे फर्मों के किंगपिन का पता लगाया जा रहा है| निरीक्षण के क्रम में यह तथ्य भी सामने आई कि अन्य राज्य के किसी व्यक्ति द्वारा सारण में फर्जी फर्म खोलकर हाजीपुर के कई व्यवसायियों को कागज पर बिक्री दर्शायी गयी है और एक समयावधि के बाद उस फर्म को बंद कर दिया गया है| कटिहार के फर्म द्वारा भी समान प्रक्रिया से आईटीसी का लाभ पश्चिम बंगाल के फर्मों को दिया जा रहा है,इससे यह स्पष्ट है कि ऐसे फर्मों का उद्देश्य मात्र करवंचना ही है|बिटुमिन के व्यापार में भी ऐसी गतिविधि पकड़ी गई है जिसमें एक व्यावसायी ने बिहार के एकफर्जी फर्म से माल खरीद की है जिसने पश्चिम बंगाल के अस्तित्वहीन फर्म से रु० 9.11 करोड़ की खरीद प्रदर्शित की है, इस सिंडिकेट में शामिल फर्मों का mastermind मधुबनी में अवस्थित एक बड़ा फर्म है| आयरन स्क्रैप के गया स्थित व्यवसायी के मामले में बड़े पैमाने पर ई.वे बिल के दुरूपयोग का पता लगा है, इन 7 फर्मों में करीब रु० 12 करोड़ की कर चोरी का मामला सामने आया है|विभाग की आयुक्त सह सचिव डॉ. प्रतिमा ने बताया कि विभाग इन फर्मों से संबंधित  श्रृंखला/chain में सम्मिलित फर्मों में मुख्य लाभार्थी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेगी तथा कर की वसूली करेगी|

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