सतत जीविकोपार्जन योजना से राज्य के 27 करोड़ परिवार जुड़े हैं : बिजेन्द्र प्रसाद

पटना :  स्थानीय सूचना भवन स्थित सभागार मे ग्रामीण विकास विभाग के योजनाओं की समीक्षा के दौरान बिहार राज्य योजना पर्षद के उपाध्यक्ष बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि गरीब परिवारों के विकास हेतु सतत जीविकोपार्जन योजना से राज्य के 27 करोड़ परिवार जुड़कर  अपनी आय निरंतर बढ़ा रहे हैं जो एक सुखद संकेत है|समीक्षाक्रम में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बताया गया कि जीविकोपार्जन योजना से राज्य के लगभग 1.27 करोड़ परिवार जुड़े है, इनकी अपनी बचत 1,150 करोड़ रू. है, ऋण भुगतान 98.5 प्रतिशत हैं, इससे अनुसुचित जाति- अनुसूचित जनजाति के करीब 94 प्रतिशत परिवार सम्बद्ध हैं| बैठक में बताया गया कि चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 मे स्वयं सहायता समूह को करीब 5000 करोड़ बैंक ऋण मिल जाने की संभावना है, साथ ही भी बताया गया कि हर पंचायत में बैंक सखी बैंको से समन्वय स्थापित करने हेतु कार्यरत है| पशु सखी द्वारा टीकाकरण के कार्य सम्पन्न कराये जा रहे हैं, दीदी की रसोई के माध्यम से कई स्कूलों, अस्पतालों, आरबीआई एवं एस बी आई कार्यलायों में कैंटीन चल रहे हैं, एक दीदी की रसोई को आइएससो सार्टिफिकेशन भी मिला है| जीविकोपार्जन योजना के माध्यम से 18 जिलों में 4000 परिवार मधुमक्खी पालन से जुड़े हैं,सोलर सिस्टम पर भी काम हो रहा है,अत्यन्त गरीब परिवारों के विकास हेतु जीविकोपार्जन योजना संचालित है|ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बताया गया कि जीविका अन्य राज्यों  राजस्थान, झारखण्ड, उत्तरप्रदेश, असम, अरूणाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में नेशनल रिसोर्स ऑगेर्नाइजेशन के रूप में काम कर रहा है|समीक्षा बैठक में योजना पर्षद के सदस्य अशोक मिश्रा, परामर्शी उदय सिंह कुमावत, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविन्द चौधरी, योजना पर्षद के सचिव विनय कुमार के साथ वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे |

 

 

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