बिहार कृषि विश्वविद्यालय सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित : प्रेम

पटना : कृषि मंत्री डॉ.प्रेम कुमार ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर के 11वें स्थापना दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से किया|मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने इस राज्य सहित पूरे देश में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के विकास में अपना योगदान दिया है|वर्ष 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी थी,तब से यह विश्वविद्यालय कृषि षिक्षा,शोध,प्रसार एवं प्रशिक्षण सहित खेती के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है|उन्होंने कहा मुझे खुशी है कि कृषि क्षेत्र में विश्वविद्यालय के योगदान को देश-दुनिया में मान्यता मिल रही है,इसे अनेक पुरस्कार एवं सम्मान भी प्राप्त हो रहा है,हाल ही में देश के प्रतिष्ठित स्काॅच संस्थान ने सूचना तकनीक के माध्यम से किसानों के कौशल उन्नयन को बढ़ावा देने के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय को गोल्ड मेडल प्रदान किया है|मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा वर्ष 2020 को अन्तर्राष्ट्रीय पौधा स्वास्थ्य वर्ष घोषित किया गया है,वर्तमान समय में मानव त्रासदी से गुजर रहा है,बड़ी संख्या में लोग उससे प्रभावित हो रहे हैं,ऐसे समय में मानव सुरक्षा के प्रति हम सब की जवाबदेही बढ़ जाती है|सरकार ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से प्रदेश की जनता को बचाने के लिये समुचित ईलाज का प्रबन्ध किया है|मंत्री ने कहा मुझे खुशी है कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर स्थापना के 10 वर्षों के अंदर राज्य के जलवायु अनुसार विभिन्न फसलों के प्रभेद विकसित किये हैं, धान के लिए सबौर सुरभित,सबौर अर्द्धजल, सबौर दीप,सबौर श्री, गेंहूं के लिए सबौर श्रेष्ठ, सबौर निर्जल, सबौर समृद्धि, मक्का के लिए सबौर संकर मक्का-1 एवं 2, फूलगोभी के लिए सबौर अग्रिम तथा लीची के लिए सबौर लीची-1 मुख्य हैं| इस विश्वविद्यालय के अधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किसानों को कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के नवीनतम तकनीक प्रत्यक्षणों के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है|बिहार में स्ट्राॅबेरी की खेती तथा ड्रैगन फ्रुट उपजाने के तरफ किसानों का रूझान करने में कृषि विज्ञान केन्द्र का महत्वपूर्ण योगदान है,बिहार कृषि विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय द्वारा किसानों को नवीनतम तकनीक पहुंचाने के लिए विभिन्न फसलों के तकनीकी वृतचित्र एवं किसान ज्ञान रथ के माध्यम से प्रचार-प्रसार में सराहनीय कार्य किया जा रहा है|इस अवसर पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.अजय कुमार सिंह,इन्टरनेशनल सेन्टर ऑफ कीट फिजियोलाॅजी एण्ड इकोलाॅजी केन्या के प्रधान वैज्ञानिक डाॅ.जेड.आर.खान, इन्टरनेशनल राईस रिसर्च इन्सटीच्यूट मनीला फीलिपिन्स के मुख्य वैज्ञानिक डाॅ.नेन्सी पी कस्टीला, मलाया विश्वविद्यालय कुआलालम्पुर के प्रधान वैज्ञानिक डाॅ.चंद्रन शोभा सुन्दर,ब्यूनर्स आयर्स विश्वविद्यालय अर्जेंटीना के वैज्ञानिक डाॅ.फ्रांसीसको सतुआ,फैसलाबाद कृषि विश्वविद्यालय पाकिस्तान के प्रधान वैज्ञानिक डाॅ.अब्दुल रहमान, नेशनल ब्यूरो ऑफ इन्सेक्ट रिर्सोसेज बैंगलोर के डाॅ.सी.बलाल, डाॅ.पी मंजुनाथ,डाॅ.दीपा भगत एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डाॅ.आर.के. सोहाने सभी निदेशक, बिहार विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण एवं वैज्ञानिक सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित थे|

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