बाढ़ प्रभावित परिवारों को जल्द रिलीफ राशि अंतरित करें : मुख्यमंत्री

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित संवाद से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की|इस दौरान आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि आज की स्थिति में 12 जिलों के 101 प्रखंड के 36 लाख की जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है,उन सभी बाढ़ पीड़ितों के लिए बाढ़ राहत शिविर,सामुदायिक किचेन की व्यवस्था की गयी है,जहां लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है|श्री अमृत ने बताया कि अबतक 60 हजार बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में 6हजार रूपये की ग्रेच्युट्स रिलीफ की राशि अंतरित कर दी गयी है, 30 जुलाई तक और 40 हजार लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी जायेगी,साथ ही  8 से 10 अगस्त तक सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में राशि अंतरित कर दी जाएगी|दरभंगा,पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज,सारण एवं समस्तीपुर के जिलाधिकारियों ने नदियों के जलस्तर की स्थिति,बाढ़ राहत शिविर, सामुदायिक किचेन,नावों की उपलब्धता,मेडिकल सुविधाएं,शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था,पशुचारे की उपलब्धता,पशु कैंप की व्यवस्था एवं फसल क्षति आकलन के बारे में विस्तृत जानकारी दी| जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने नदियों के जलस्तर की स्थिति एवं तटबंधों की सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी|मुख्यमत्री ने बाढ़ राहत शिविरों एवं सामुदायिक किचेन का डिजिटली अवलोकन करते हुए दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड के असरा पंचायत की खुर्शीद आलम, शकीला खातून, मुन्नी बेगम, हुशना बेगम, मदन कुमार मंडल एवं गोपालगंज जिले के रजोखर पंचायत में कलावती देवी,पूर्वी चम्पारण के अरेराज प्रखंड के पिपरा पंचायत के कन्हैया कुमार तथा सारण जिले के तरैया प्रखंड के पचभिंडा पंचायत के मोहम्मद सज्जाद से बाढ़ राहत शिविरों एवं सामुदायिक किचेन में उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली|राहत शिविर में रह रहे लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि खाने की उचित व्यवस्था के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी मिल रही है,किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही है,साथ ही 6 हजार रूपये की ग्रेच्युट्स रिलीफ की राशि मिलने से काफी राहत हुई है|मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की विचित्र स्थिति के कारण एक तरफ बाढ़ तो दूसरी तरफ कोरोना के संकट से निपटने के लिए हर तरह से तैयार होकर चलना पड़ेगा| उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों का ठीक से आंकलन कराकर ग्रेच्युट्स रिलीफ की राशि जल्द से जल्द उनके खाते में अंतरित करें,पहले से तय एसओपी के अनुसार सभी प्रकार की राहत बाढ़ प्रभावित लोगों को उपलब्ध करावें|मुख्यमंत्री ने कहा बाढ़ राहत शिविरों में आने वाले लोगों का एंटीजन टेस्ट अवश्य करावें,बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एंटीजन किट्स आपूर्ति की संख्या बढ़ावें,लोगों की हिफाजत तथा उनकी सेवा के लिए हर क्षण तैयार रहें, उनसे फीडबैक भी लेते रहें|अगस्त एवं सितम्बर माह में भी संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुश्तैद रहें,उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में कोसी त्रासदी के दौरान 10हजार लोगों के लिए सहरसा में मेगा रिलीफ कैंप बनाया गया था,जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हुयी थी, जरूरत के अनुसार राहत शिविरों की संख्या बढ़ाते रहें|बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार,मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह भी उपस्थित थे|

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