बाढ़ पीड़ित शरणार्थी जीवन को मजबूर : रामभजन यादव

पटना : चर्चित समाज सेवी सह अखिल भारतीय बाढ़, सुखाड़ और कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम भजन सिंह यादव ने कहा है कि उत्तर बिहार में आई प्रलयंकारी बाढ़ एवं लगातार हो रही बारिश की वजह से पटना जिला के मोकामा पंडारक, बाढ़,बख्तियारपुर, खुसरूपुर,फतुहा,पटना सदर,दानापुर-मनेर,सोनपुर एवं दिघवारा प्रखंडों के लगभग   15 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है|आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से पंचायतों में मुखिया की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन कमिटी बनाने,ऊंचे स्थान का चयन करने,सामुदायिक किचेन,स्नानागार,शौचालय एवं डॉक्टरों का दल सहित तमाम जन सुविधाएं उपलब्ध कराने का सरकार द्वारा आदेशित है,बावजूद इसके अंचलाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारियों द्वारा आपदा से बचने के लिए कोई उपाय नहीं किया गया है|पटना सदर के नकटा दियारा पंचायत का तीन हजार  की आबादी वाला बिन्द टोली गांव विगत 15 दिनों से बाढ़ से घिरी हुई है,जिस वजह से बिन्द टोली का संपर्क शहर से टूट गया है,पीड़ित परिवार हाईवे पर परिवार संग शरणार्थी जीवन ब्यतीत करने को मजबूर है|समाज सेवी श्री यादव ने जनहित में बिहार सरकार से अनुरोध किया है कि तत्काल बिन्द टोली गांव के लोगों को आपदा राहत के तहत छः-छः हजार रु. प्रति परिवार तत्काल देने की मांग के साथ ही जानवरों के लिए चारा उपलब्ध कराने की मांग सरकार और स्थानीय प्रशासन से की है|रामभजन यादव ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि गत वर्ष 2019 में बाढ़ से पीड़ित 50 प्रतिशत परिवारों  के खाते में बाढ़ राहत का पैसा अभीतक लालफीताशाही की वजह से नहीं मिला है,इसलिए जनहित में राज्य सरकार को विगत वर्ष का स्मरण कराते हुए मांग करते हैं कि जिस पीड़ित परिवार को विगत वर्ष घोषित राहत नहीं दिया जा सका था,वैसे पीड़ित परिवारों को गत वर्ष एवं चालू वर्ष का एक मुस्त 12-12 हजार रुपया दिया जाय|

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