कोरोना को हराने में नालंदावावासी हुए एकजुट

नालंदा/बिहारशरीफ : कोरोना वायरस को हराने की जंग में नालंदावासियों ने एकजुट होकर इस जंग को जीतने का शंखनाद किया| रविवार 5 अप्रैल की रात 9 बजे जब पूरे बिहारशरीफ में लाइट बंद हुई,तो एक के बाद एक जलते दीप की जगमगाहट से पूरा नालंदा रोशन हो गया,ये नजारा दिवाली की यादों को ताजा करते दिख रही थी| इस मुहिम में साभी जाति,धर्म,दल व तबके से उठकर लोगों ने हिस्‍सा लिया,यह सम्‍मान था उन लोगों के प्रति जो इस जंग में फ्रंट लाइन पर खड़े हैं,इनमें डॉक्‍टर,नर्स और अस्‍पताल के दूसरे स्‍टाफ के अलावा वो लोग भी शामिल हैं जो हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने जीवन की परवाह करते हुए अपने काम को अंजाम दे रहे हैं|नालंदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घर होने के साथ ही जनता दल यू का गढ़ भी है,पीएम मोदी की तरफ से की गई यह तीसरी अपील थी,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों से इसे सफल बनाने का आह्वान किया था|इसमें मुख्यालय बिहारशरीफ समेत पूरे जिलावासियों ने बढ़चढ़कर हिस्‍सा लिया स्थानीय भाजपा-जदयू के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने भी अपने-अपने घरों में दीये जलाये,वहीं राजद नेताओं ने लालटेन जलाते हुए कोरोना के खिलाफ अपनी एकजुटता जाहिर की|सोगरा वक्फ इस्टेट के पूर्व मोतवल्ली मुन्ना सिद्दीकी ने बिहारशरीफ में अपने घर पर दीये जलाये, नालंदा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा प्रत्याशी कौशलेन्द्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया ने अपने गांव अजनौरा में अपनी मुखिया पत्नी निर्मला देवी के साथ दीये जलाये तथा राजद नेता अरुणेश कुमार यादव ने अपने समर्थकों के साथ अपने घर के समीप लालटेन जलाया|सोहसराय के बबुरबन्ना में शिक्षाविद राकेश बिहारी शर्मा ने अपने परिजनों के साथ सर्वप्रथम कोरोना से मृत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा तत्पश्चात छत की बालकनी में दीये जलाये|बिहारशरीफ में डॉक्टरों का मानना है कि वातावरण साफ और खुशनुमा रहने से इम्यून सिस्टम बेहतर रहता है,व्यक्ति निरोगी रहता है,अगर दिवाली की बात करें तो नरक चतुर्दशी के दिन कूड़े के ढेर और नाली के मुहाने पर और दिवाली पर घर-बाहर हर जगह दीपक रखा जाता है,दीप शुभ और मंगल का कारक है,दीपक जलाने से मानव  रोग मुक्त होते हैं, वातावरण स्वच्छ होता है|
(डॉ अरुण कुमार मयंक)

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