गंगाजल योजना में जमीन अधिग्रहण को दें प्राथमिकता : मुख्यमंत्री

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में जल-जीवन-हरियाली अभियान समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई|ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के विभिन्न  प्रगति से संबंधित जानकारी दी,बैठक के दौरान सार्वजनिक जल संरचनाओं को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त कराना,उनका जीर्णोद्धार कराना तथा सार्वजनिक कुओं को चिन्हित कर जीर्णोद्धार कराने संबंधित जानकारी दी गई|सार्वजनिक कुओं- चापाकलों के किनारे सोख्ता,रिचार्ज,अन्य जल संचयन संरचनाओं का निर्माण कराना तथा छोटी-छोटी नदियों-नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्रों में चेकडैम एवं जल संचयन के अन्य संरचनाओं के निर्माण के बारे में भी जानकारी दी गई|बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने अपने प्रस्तुतीकरण में गंगाजल उद्वह योजना की प्रगति संबंधित जानकारी देने के साथ-साथ नदियों के गाद की सफाई एवं मृत धार,प्राकृतिक बहाव को पुनर्जीवित करने के संबंध में भी बताया|बैठक में प्रधान सचिव ऊर्जा प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण में फ्लोटिंग सोलर प्लांट एवं सार्वजनिक स्थलों पर ऊर्जा की बचत के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी|कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार ने अपने प्रस्तुतीकरण में टपकन सिंचाई योजना, जैविक काॅरिडोर योजनान्तर्गत जैविक खेती कार्य तथा जल संचयन एवं कृषि प्रबंधन कार्य संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को भ्रमण कराकर मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम संबंधित जानकारी दी जा रही है|बैठक में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती एन विजया लक्ष्मी ने चौर क्षेत्र विकास की प्रगति तथा मत्स्य पालन की बॉयोफ्लाॅक पद्धति से मत्स्य पालन को बढ़ावा देने संबंधी जानकारी दी,साथ ही उन्होंने समेकित चौर विकास कार्य तथा बॉयोफ्लाॅक पद्धति से मत्स्य पालन को लेकर चल रहे भ्रमण दर्शन योजना संबंधित जानकारी दी|मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल योजना को पूर्ण करने के लिए तेजी से कार्य करें, जिसमें जमीन अधिग्रहण के कार्य को प्राथमिकता में रखें|अतिक्रमणमुक्त कराए गए सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं पर निगरानी रखें ताकि उसे फिर से कोई अतिक्रमित न कर सके|सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं पर बसे भूमिहीन-वासविहीन व्यक्तियों की पहचान कर वास हेतु भूमि की व्यवस्था करें|उन्होंने कहा कि अगर भूमि उपलब्ध हो तो वासविहीन व्यक्तियों को भूमि उपलब्ध कराएं या वास स्थल क्रय योजना के तहत उन्हें जमीन खरीदने के लिए राशि प्रदान करें|सार्वजनिक तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य के अलावा निजी तौर पर तालाबों की खुदाई एवं उसके आसपास हरियाली क्षेत्र विकसित करने के लिए भी लोगों को प्रेरित करें|उन्होंने कहा कि इससे फूल, फल का उत्पादन एवं मछली का भी उत्पादन बढ़ेगा, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी|चौर क्षेत्र विकास के लिए किए जा रहे बेहतर कार्य के मॉडल को किसानों को भ्रमण दर्शन की योजना के तहत दिखाया जाय,इससे समेकित क्षेत्र विकास एवं बॉयोफ्लाॅक पद्धति से मत्स्य पालन का लाभ लोग जान सकेंगे|मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों के निचले भागों में तालाब खुदाई के लिए जगहों का निरीक्षण कर इस कार्य को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने की जरूरत है,रोहतास जिले के करकटगढ़ एवं नवादा जिले के ककोलत को ईको टूरिज्म के बेहतर स्थल के रुप में विकसित करने के लिए तेजी से कार्य किये जायें|मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत विभिन्न कार्यों की प्रगति के लिए लगातार काम करते रहें, साथ ही जागरुकता अभियान पर भी विशेष ध्यान दें|बैठक में मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार,विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह,अपर मुख्य सचिव शिक्षाआर.के. महाजन,अपर मुख्य सचिव भूमि एवं राजस्व सुधार विवेक कुमार सिंह, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार, प्रधान सचिव आपदा प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, प्रधान सचिव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन दीपक कुमार सिंह, प्रधान सचिव पशु एवं मत्स्य विभाग श्रीमती एन विजया लक्ष्मी, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव कुमार हंस, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा,अनुपम कुमार, पर सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय चंद्रशेखर सिंह एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे|

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