पटना ; जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि बाढ़ प्राकृतिक नहीं राजनीतिक आपदा है| बाढ़ अरबों-खरबों रुपये लूटने का जरिया बन गयी है, पटना में पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ में राहत,बचाव और पुनर्वास के नाम पर नेता, अधिकारी और ठेकेदार को लूटने का मौका मिल जाता है|श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की विभीषिका का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठक भी की, लेकिन बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में राहत व पुनर्वास के लिए सिर्फ 500 करोड़ रुपये दिये यह राशि त्रासदी की अपेक्षा नगण्य है| उन्होंने कहा कि 19 जिलों की 2 करोड़ आबादी बाढ़ की चपेट में है यह तबाही भयावह है, इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए था लेकिन प्रधानमंत्री ने नहीं किया जो दुर्भाग्यपूर्ण है|श्री यादव ने कहा कि फरक्का बराज का नवनिर्माण और कोसी में हाईडैम के निर्माण के बिना बिहार को बाढ़ से मुक्ति नहीं मिलेगी| उन्होंने कहा जन अधिकार पार्टी (लो) अपना स्थापना दिवस पर 31 अगस्त को संघर्ष दिवस के रूप में मनाएगी|फरक्का बराज का नवनिर्माण और कोसी में हाईडैम के निर्माण के लिए पार्टी आंदोलन शुरू करेगी|बाढ़ पीडि़तों के लिए चलाए जा रहे सरकारी राहत शिविर और राहत कार्यों पर असंतोष व्यक्त करते हुए श्री यादव ने कहा कि खाने के पैकेट कम संख्या में हैं|राहत के पैसे सीओ के बैंक एकांउट में डाल दिये गये हैं और उन पैसों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है| उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी (लो) की ओर से सभी प्रभावित जिलों में राहत शिविर चलाए जा रहे हैं,पीडि़तों को खाना दिया जा रहा है और राहत सामग्री भी उपलब्ध करायी जा रही है|सांसद ने कहा कि बाढ़ के कारण 30 बांध टूट गये इससे लाखों लोग बेघर हुए इसके लिए जिम्मेवार अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ धारा 302 का मुकदमा होना चाहिए|। पत्रकार वार्ता में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद, राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह व राजेश रंजन पप्पू, अभियान समिति के अध्यक्ष मधुकर आनंद, प्रवक्ता श्याम सुंदर मौजूद थे |