बिहार के पांच केंद्रीय काराओं में खोला गया मुक्ति बाजार

पटना : पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार के सौजन्य से राज्य की सभी केन्द्रीय काराओं में Dairy Farming  एवं  Goat Farming के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डा.एन. विजयलक्ष्मी प्रधान सचिव,पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार के द्वारा किया गया| इस मौके पर विशिष्ट अतिथि डाॅ. एस. सिद्धार्थ अपर मुख्य सचिव गृह विभाग बिहार,शीर्षत कपिल अशोक, महानिरीक्षक कारा एवं सुधार सेवाएँ एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे| पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सौजन्य से प्रथम चरण में कुल-480 बंदियों को प्रशिक्षित किया जाना है|इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा बताया गया है कि उक्त प्रशिक्षण से कारा संसीमन के दौरान बंदी अपनेे समय का उपयोग कर सकेंगे एवं कारा मुक्ति के पश्चात् बंदियों को जीवकोपार्जन में सहायता मिलेगी| VC के माध्यम से राज्य के सभी काराओं में बंदियों के बीच उक्त कार्यक्रम को Live प्रसाारित किया गया|कारा एवं सुधार सेवाएँ,गृह विभाग (कारा) बिहार द्वारा राज्य की पाँच केन्द्रीय काराओं में खोला गया मुक्ति बाजार|पटना स्थित आदर्श केन्द्रीय कारा बेऊर के बाहरी परिसर में मुख्य अतिथि डाॅ.एन.विजय लक्ष्मी,प्रधान सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार द्वारा मुक्ति बाजार का उद्घाटन किया गया|वर्तमान में 5 केन्द्रीय काराओं यथा-आदर्श केन्द्रीय कारा, बेऊर पटना, केन्द्रीय कारा पूर्णियाँ, शहीद खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा मुजफ्फरपुर,शहीद जुब्बा सहनी केन्द्रीय कारा भागलपुर एवं केन्द्रीय कारा मोतिहारी में मुक्ति बाजार आम जनों के लिए खोला गया|मुक्ति बाजार के माध्यम से राज्य के कारा उद्योगों में बंदियों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों जैसे सत्तू, मसाला, ब्रेड, भुँजा, जूट से निर्मित सामग्रियाँ, सूती वस्त्र, काष्ठ सामग्री एवं हस्तशिल्प का विक्रय किया जा सकेगा| कारा उद्योग में निर्मित सामग्रियों की गुणवत्ता एवं पैकेजिंग बेहतर करने हेतु कारा प्रशासन निरंतर कार्य कर रही है|मुक्ति बाजार के माध्यम से कारा में संसीमित बंदियों को कारा उद्योग में सामग्रियों के उत्पादन एवं पैकेजिंग, इत्यादि सुधारात्मक कार्यों में लगाया जा सकेगा एवं कारा मुक्ति के पश्चात् बंदियों को रोजगार की संभावना तलाशने एवं समाज की मुख्य धारा में जोड़ने में सहायक होगा|

0Shares