कार्डियोलाॅजीकल सोसायटी ऑफ इंडिया का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने होटल मौर्या में कार्डियोलाॅजीकल सोसायटी ऑफ इंडिया के बिहार इकाई के दो दिवसीय 29वें वार्षिक सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया,इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से हृदय रोग विशेषज्ञ शामिल हुये हैं|इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की बिहार शाखा के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुझे आने का सौभाग्य मिला है,यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है,मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है इसके लिए आयोजकों को धन्यवाद देता हूं| देश-विदेश से चिकित्सक आये हुये हैं और वे इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं यह बहुत खुशी की बात है|हमलोगों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम किया है हृदय रोग के इलाज के लिए अच्छी और विशेष व्यवस्था की गई है, पहले इसपर कोई ध्यान नहीं देता था| पहले सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए नाममात्र के लोग आते थे लेकिन अब प्रखंड स्तर पर भी इलाज की बेहतर व्यवस्था हो जाने से काफी लोग सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं| उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईसी) का पहले बहुत बुरा हाल था एक बार जब मैं सांसद था तो मेरी मां की तबीयत खराब हो गई थी और तब मैं मां को लेकर आईजीआईसी आया था लेकिन वहां पर बहुत हल्ला हो रहा था और सफाई की भी अच्छी व्यवस्था नहीं थी,बाद में जब हमलोगों की सरकार बनी तो मैंने सबसे पहले वहां की व्यवस्था को दुरुस्त करवाया|जब भी मुझे कहीं कोई कमी दिखाई पड़ती है तो उसे मैं ठीक करवाता हूं|मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) को भी बड़ा और अच्छा बनवाया जा रहा है,पीएमसीएच को 5462 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश अस्पताल बनाया जा रहा है जिससे मरीजों का इलाज और बेहतर ढंग से हो सके इस अस्पताल का पहले से काफी नाम है, यहां से पढ़े हुए लोग चिकित्सा के क्षेत्र में देश-विदेश में नाम कर रहे हैं| देश के विभिन्न हिस्सों में तथा देश के बाहर भी जब मैं कहीं जाता हूं तो यहां से पढ़े हुए कई डॉक्टर मिल जाते हैं|उन्होंने कहा कि हम सरकार में आए तो आईजीएमएस को भी बेहतर बनवाया,वहां की व्यवस्था को ठीक किया गया,सात निश्चय-2 में बाल हृदय योजना की शुरुआत की गयी इसके तहत जन्म से हृदय में छेदवाले बच्चों का निःशुल्क इलाज करवाया जाता है,अहमदाबाद स्थित सत्य साईं अस्पताल से करार किया गया है जहां ऐसे बच्चों का इलाज होता है|हमलोग ऐसे बच्चों के इलाज के लिये वहां भेजने एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करायी अब तक 794 बच्चों का इलाज हो चुका है|पटना में ही अब इसके इलाज की व्यवस्था करायी गयी और आईजीआईसी में भी 198 बच्चों का इलाज हो चुका है और आईजीआईएमएस में 24 बच्चों का इलाज हो चुका है|मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल थे,जो अब बढ़कर 13 हो गए हैं,कई अस्पतालों का और विस्तार किया जा रहा है|आईजीआईएमएस,पटना में 2500,एनएमसीएच पटना में 2500,एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर में 2500,एएनएमसीएच गया में 2500 बेड, डीएमसीएच दरभंगा में 2500 बेड का विस्तार किया जा रहा है|राजवंशी नगर अस्पताल को हड्डी रोग के इलाज का विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है जिसका नामकरण हमने लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल किया है|आंख के लिए राजेंद्र नगर अस्पताल को विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है,डायबिटीज के लिए न्यू गार्डिनर अस्पताल को विशिष्ट अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है|गरीब-गुरबों के इलाज के लिए भी सरकारी मदद की जा रही है,आईजीआईएमएस में रोगियों के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है,उन्होंने कहा कि आप चिकित्सकों का हम शुरू से सम्मान करते हैं,लोगों के हित में हम हमेशा काम करते हैं हमारे कामों की चर्चा नहीं की जाती है,केवल केंद्र के कार्यों की चर्चा होती है|आपलोगों ने मुझे इस कार्यक्रम में बुलाया इसके लिए मैं आप सबको धन्यवाद देता हूं,आपलोग इसी तरह से बेहतर तरीके से लोगों का इलाज करते रहें,यही आपसे हमारा आग्रह है,हमारे तरफ से जो भी सहयोग और सहायता की जरूरत होगी हम करते रहेंगे|कार्यक्रम के दौरान आईजीआईसी के निदेशक डॉ.सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र,प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया|कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री एवं मंच पर विराजमान विशिष्ट अतिथियों ने ‘कार्डिकॉन-2023’ स्मारिका का विमोचन किया|कार्यक्रम को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कार्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंक, आईजीआईसी के निदेशक डॉ. सुनील कुमार, आईजीआईसी के संयुक्त निदेशक डॉ. के.के. वरुण, सीएसआई बिहार शाखा के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार, आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने भी संबोधित किया|इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय, जी.एस. गंगवार, डॉ.अनिल ठाकुर, डॉ.अनूप सिंह, डॉ. यू.एन. सिंह, मेदांता अस्पताल पटना के निदेशक डॉ. रविशंकर सिंह, डॉ. एच.एन. दिवाकर और देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए हृदय रोग चिकित्सकगण सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे|

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