देश का मान-सम्मान बढ़ाने में हाजीपुर नाइपर की भूमिका अहम : मंगल

हाजीपुर : आज पूरे विश्व में औषधि उत्पादन में भारत का तीसरा स्थान है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का दो प्रतिशत है,औद्योगिक आय का आठ प्रतिशत है, वर्तमान समय में भारत विश्व की 20 से 24 प्रतिशत जेनरिक दवाओं का उत्पादन करता है| भारत के औषधि उद्योग ने पिछले दो-तीन वर्षों में लगभग 12 फीसदी की बढोत्तरी की है,इसकी चर्चा हाजीपुर स्थित राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) के चौथे दीक्षांत समारोह में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की|श्री पांडेय ने समारोह में उपस्थित छा़त्र-छा़त्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए भविष्य में आने वाले नए-नए चैलेंजेज के बारे में विस्तार से बताया| उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटिकल सेक्टर में हर दिन नई-नई तकनीक, नई-नई दवाइंया आ रही हैं,नए प्रयोग हो रहे है और नई-नई बीमारियां  भी आ रही हैं, आज पूरी दुनिया में प्रतिस्पर्धा है, उसके आप प्रतिस्पर्धी बन गए, आप डिग्री हासिल कर लिए हैं, अब यहां से आपके रीयल चैलेंजेज बढते जा रहे हैं| इस चैलेंजेज में आपको स्थापित करने के लिए हर दिन बेहतर करना होगा और मानव जीवन को बचाने के लिए बेहतर दवाई दुनिया के सामने लाना होगा, इसके लिए आपको प्रयोगशाला में जाकर रोज-रोज परीक्षा देनी होगी|श्री पांडेय ने कहा कि देश का मान-सम्मान बढाने में नाइपर, हाजीपुर की भूमिका काफी अहम रही है, यहां के बच्चे आगे बढकर देश का मान बढाया है|इस संस्थान को और आगे बढाने में जो भी राज्य सरकार की भूमिका का होगी, उसका निर्वहन करने को स्वास्थ्य विभाग तैयार है| बिहार में जो फार्मेसी इंस्टीच्यूट चल रहे हैं, नाइपर से आग्रह होगा कि अपने फेकल्टी से इन संस्थानों में जाकर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करायें, जिससे फार्मेसी के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें|कार्यक्रम में विधायक अवधेश सिंह, केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक मंत्रालय की सचिव एस अपर्णा, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, नाइपर, हाजीपुर के निदेशक वी. रविचंद्रन, नाइपर, गौहाटी के निदेशक यूएसएन मूर्ति एवं रजिस्टार समीर ढींगरा समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे|

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