मुख्यमंत्री ने गंगा तट स्थित सीढ़ी घाट का स्थल निरीक्षण किया

बख्तियारपुर/पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना  जिलांतर्गत बख्तियारपुर के गंगा तट स्थित सीढ़ी घाट का स्थल निरीक्षण कर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया|निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बख्तियारपुर एवं अथमलगोला प्रखंड के घोसवरी घाट ठाकुरबाड़ी,सीढ़ी घाट, मुक्तिधाम घाट होते हुए रामनगर घाट तक पुरानी एवं मृतप्राय गंगा नदी की उपधारा (चैनल) को पुनर्जीवित एवं  पुनर्स्थापित करने की योजना के तहत चल रहे कार्यों के प्रगति का जायजा लिया| मुख्यमंत्री ने 13 जून को इस योजना का शुभारंभ किया था, इस दौरान मुख्यमंत्री ने सीढ़ी घाट से गंगा नदी की मुख्य धारा तक बनने वाले रास्ते के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली|सीढ़ी घाट स्थित मंदिर के पास बने प्राचीनतम एवं अद्वितीय मीठे पानी के कुएं का भी मुख्यमंत्री ने मुआयना किया|निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीढ़ी घाट से गंगा नदी की मुख्य धारा तक बनने वाले रास्ते का निर्माण इस प्रकार से करायें कि सीढ़ी घाट डिस्टर्ब न हो और लोग आसानी से आवागमन भी कर सकें| उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में गंगा नदी का पानी सीढ़ी घाट के ऊपर आने से लोगों को काफी कठिनाई होती है, जिसको ध्यान में रखते हुए मंदिर के बगल से रास्ते का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है,इस काम में यदि किसी प्रकार की दिक्कत हो तो यहां के स्थानीय पुराने लोगों की मदद लें|इस प्रस्तावित रास्ते से सीढ़ी घाट के पूरब में एक पुल का भी निर्माण करायें जिससे लोग चैनल को आसानी से पारकर दियारा की तरफ या जिधर जाना चाहें जा सकें,इसके लिए मुख्यमत्री ने अधिकारियों को यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया|मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब गंगा का जलस्तर बढ़ता था, तब सीढ़ी घाट के टॉप प्वाइंट तक पानी चला जाता था,बख्तियारपुर में गंगा नदी की धारा घाट से चार से पांच किलोमीटर दूर चली गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए चैनल का निर्माण कराया गया है जिससे पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया जा सके|उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर के गंगा तटों पर गंगा जल सालो भर उपलब्ध रहे इसके लिए दो धार बनाई गयी है, एक धार घाट के बिल्कुल करीब है और दूसरी धार घाट से करीब 500 मीटर दूर है,ये दोनों धार मृतप्राय हो चुकी थी| उन्होंने कहा कि चैनल के दोनों तरफ पड़े मिट्टी के ढेर को चौरस करा दें जिससे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो|मुख्यमंत्री ने सीढ़ी घाट स्थित मंदिर के पास बने प्राचीनतम एवं अद्वितीय मीठे पानी के कुएं का निरीक्षण करने के क्रम में कहा कि पहले इसी कुएं का पानी बख्तियारपुर के लोग पीया करते थे|निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ.एस सिद्धार्थ,मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा,सचिव जल संसाधन संजय अग्रवाल,मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह,जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह,वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो सहित अभियंता एवं अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे|

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