रेमडेशविर दवा का कोविड -19 में कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं : आईएमए

पटना : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार शाखा के सदस्यों ने  संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित पत्र जारी करते हुए आम नागरिकों से अपील किया है कि रेमडेशविर दवा का कोविड -19 रोगियों की मृत्यु कम करने में कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है |इस दवा की उपयोगिता कुछ रोगियों में बीमारी की गंभीरता को कम करने के लिए विवेकाधीन उपयोग किया जाता है, इसलिए आमजनों को इस दवा के लिए परेशान होना कहीं से उचित नहीं है|कारटिकोस्ट्रेरॉयड  का इस बीमारी को गंभीर होने से बचाने का प्रमाण है,कोरोना लक्षण वाले मरीज को पांच बाद से इस दिया जा सकता है| ज्यदातर कोरोना संक्रमित मरीज बिना लक्षण  या साधारण लक्षण  के होते हैं, जिनका ईलाज चिकित्सकों द्वारा निर्देशित दवाओं से होम आइसोलेशन में हो सकता है,जबतक चिकित्सक न कहे तबतक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं हैं| बहुत कम मरीज को ऑक्सीजन एवं अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है, सही मास्क का प्रयोग ,हाथ को बार-बार धोना, दो गज की दूरी एवं टीकाकरण के द्वारा ही इस बीमारी पर काबू संभव है| इसकी जानकारी देनेवालों में डा.सहजानन्द प्रसाद सिंह,डा.अजय कुमार,डा.सचिदानंद कुमार,डा.बसंत सिंह,डा.कैप्टन वी.एस.सिंह,डा.हरिहर दीक्षित,डा.बी.के.करक,डा.राजीव रंजन,डा.सुनील कुमार एवं डा,ब्रजनंदन कुमार शामिल हैं|           

0Shares