जल जीवन हरियाली तभी होगी खुशहाली : मुख्यमंत्री

पटना : स्थानीय बापू सभागार में बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर आयोजित जल जीवन हरियाली अभियान जागरूकता कार्यक्रम  का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया|कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर जल जीवन हरियाली अभियान जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है,आज अगस्त क्रांति दिवस भी है|हमलोगों ने वर्ष 2011 में इसी दिन बिहार पृथ्वी दिवस का आयोजन शुरू किया था, जिसका उद्देश्य पृथ्वी का संरक्षण एवं इसमें जन सहभागिता को बढ़ाना है|उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण संकट से जो स्थिति उत्पन्न हुई है उसके लिए हमलोगों ने एक विशेष अभियान चलाया है साथ ही एक विशेष कार्य योजना बनाई जा रही है|उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली से संबंधित कार्य योजना के बारे में मुख्य सचिव ने विस्तारपूर्वक बताया है|वनों के महत्व से संबंधित मुख्यमंत्री ने कविता की कुछ पंक्तियां पढ़ते हुये कहा “तुम याद करो कैसे वन में खुले ठहाके भरते थे, शेरों को डांटा करते थे,चिड़ियों से बातें करते थे सुख दुःख में साथ निभाते थे,कैसे फिर याद कराएंगे” आगे की पंक्तियों में उन्होंने कहा कि ‘बादल को मोहब्बत है जिनसे, पेड़ लगाओ जल के लिए,बच्चों से मोहब्बत है तुझको,तो पेड़ लगाओ कल के लिए’ आने वाली पीढ़ियों के बच्चे तेरा गुण गायेंगे’|मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस ढंग से दुनिया विकास के नाम पर वृक्षों की कटाई कर रही है,उससे पर्यावरण पर संकट पैदा हो रहा है,एक फिल्म के माध्यम से बेहतर ढंग से इसे दिखाया गया है|उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से काफी गर्मी बढ़ रही है,इससे पृथ्वी पर खतरा उत्पन्न हो रहा है|मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत कर रहे हैं,इसके लिए व्यापक कार्य योजना बनाई जा रही है|उन्होंने कहा कि चाहे मनुष्य हो, पशु पक्षी या अन्य जीव हो सबका जीवन,जल और हरियाली पर निर्भर करता है|उन्होंने कहा कि इसके लोगो पर लिखा है जल जीवन हरियाली तभी होगी खुशहाली|सड़कों के किनारे, बांध, तालाब, पोखर, पईन, आहर के किनारे वृक्ष लगाने की योजना है,इसके लिए काम किया जा रहा है,सड़कों के किनारे वृक्ष लगेंगे तो कितना अच्छा दृश्य होगा|उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए सबको मिल जुलकर काम करना होगा, जल जीवन हरियाली का मतलब है, जल और हरियाली के बीच जीवन|उन्होंने कहा कि पारंपरिक जलस्रोेतों का संरक्षण के साथ-साथ नये जल स्रोतों का प्रबंध करना है|उन्होंने कहा कि जितनी जरूरत हो उतनी ही बिजली का उपयोग करें,जल के दुरूपयोेग से बचें, राज्य में सोलर प्लांट लगाये जा रहे हैं,जिससे सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिल सके|इस अवसर पर धरती को हरा-भरा एवं स्वच्छ बनाने के लिए 11 सूत्री संकल्प दिलाया गया|इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जल जीवन हरियाली अभियान के ‘लोगो’ का भी लोकार्पण किया|कार्यक्रम में पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव,ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार,शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा,भू-राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा,विधि एवं लघु जल संसाधन मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय, विकास आयुक्त सुभाष शर्मा,बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य उदयकांत मिश्रा,बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य पीएन राय एवं पटना नगर निगम की महापौर श्रीमती सीता साहू के अलावे अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे| 

 

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