नईदिल्ली ; सुप्रीम कोर्ट ने1984 के सिख विरोधी दंगों के 186 बंद मामलों को पुनः खोलने का आदेश दिया, जिसका शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने स्वागत किया है |इस मामले को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बंद कर दिये थे श्री बादल ने कहा कि एसआईटी की जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए और उसमें कांग्रेस नेताओं और जांच एजेंसियों के गठजोड़ की भी जांच की जानी चाहिए|श्री बादल ने कहा कि 1984 के दंगों के पीड़ितों को 33 साल बाद भी न्याय नहीं मिल सका है तो उसकी वजह कांग्रेस नेताओं के साथ जांच एजेंसियों की सांठगांठ है| उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नई गठित एसआईटी को दिल्ली पुलिस के उन अधिकारियों की भी जांच करनी चाहिए जिन्होंने कांग्रेस नेताआों के खिलाफ जानबूझकर मामले को कमजोर किये| शिरोमणि अकाली दल प्रमुख ने विश्वास व्यक्त किया कि नई एसआईटी के गठन से कई कांग्रेसी नेता फंसेंगे जो अब तक बचे हुए थे|ज्ञात हो कि दिल्ली में 31 अक्तूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके अंगरक्षकों के द्वारा कर दी गई थी, हत्या के बाद देश में कई स्थानों पर सिख विरोधी दंगे हुए थे जिसमें हजारों लोग मारे गये थे|श्री बादल ने कहा कि जांच में जरा भी देरी नहीं की जानी चाहिए क्योंकि 33 साल बीत चुके हैं और कई गवाहों का निधन हो चुका है|