पटना ; केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने आज स्थानीय बिहार विद्यापीठ उद्यमिता केंद्र में आयोजित संवाददात सम्मेलन के दौरान तकनीक के साथ विकास पर जोर दिया|उन्होंने कहा कि बिहार विद्यापीठ उद्भवन एवं उद्यमिता केंद्र राज्य व केंद्र सरकार से अलग एक स्वतंत्र इकाई के रूप में लोगों के लिए रोजगार सृजित करने का काम करेगी|केंद्र और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को लागू कराने में परेशानी होती है जिसे यह संस्था लागू कराने का काम करेगी|श्री सिंह ने कहा बिहार से हर दिन तीन करोड़ अंडे बाहर जाते हैं, जिस पर रोक लगाना आवश्यक है|राज्य में अंडा प्रचुरता अभियान के जरिए अंडे का उत्पादन तकनीक की सहयाता से बढ़ाई जाएगी,जिससे राज्य में अंडे की कमी नहीं होगी और लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे|इसके अलावा बिहार विद्यापीठ उद्भवन एवं उद्यमिता केंद्र कपड़ा, मछली और दूध के उत्पादन को भी बढाने का काम करेगी| उन्होंने चीजों के उत्पदान में तकनीक के साथ – साथ कॉस्ट इफेक्टिव और यूजर फ्रेंडली होने की भी बात कही|उन्होंने कहा कि राजेंद्र बाबू और गांधी जी के हर हाथ काम और हर खेत पानी के सपने को बिहार विद्यापीठ उद्भवन एवं उद्यमिता केंद्र पूरा करने की कोशिश करेगी| इस अवसर पर पूर्व आईएएस अधिकारी विजय प्रकाश ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार राज्य नव प्रवर्त्तन पर्षद, पशु एवं मत्स्य विभाग, कृषि विभाग, बामेती एवं नाबार्ड, क्षेत्रीय कार्यालय पटना और बिहार विद्यापीठ उद्भवन एवं उद्यमिता केंद्र के द्वारा संचालित बिहार के युवा वर्ग को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने तथा बिहार को अंडा उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने हेतु बिहार अंडा प्रचुरता अभियान का शुभारंभ दिनांक 24 जनवरी 2017 को दोपहर 12 बजे माननीय पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बिहार अवधेश कुमार सिंह द्वारा अभियान से जुड़े किसानों के सम्मेलन में किया जाएगा|इस कार्यक्रम में विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा और माननीय विधायक संजीव चौरसिया उपस्थित रहेंगे|संवाददाता सम्मेलन में पूर्व आईएएस अधिकारी राणा अवधेश सिंह, स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी के कंवेनर आर के दास, प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की पौत्री तारा सिन्हा एवं बिहार विद्यापीठ के सदस्य संजीव श्रीवास्तव उपस्थित थे|