नईदिल्ली ; दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजे) के तहत गत सप्ताह २२ से २८ फरवरी २०१६ तक ३०५गांवों का बिजलीकरण किया गया|इनमें से ओडिशा के ५३ झारखंड के ४८ अरूणाचल प्रदेश के ४४ बिहार के ४२ छत्तीसगढ़ के ३४ उत्तर प्रदेश के ३४ राजस्थान के २५ असम के १४ मणिपुर के १० मध्य प्रदेश के एक गांव का बिजलीकरण किया गया|प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधन को देखते हुए भारत सरकार ने बचे १८,४५२ गांवों का बिजलीकरण एक हजार दिन के भीतर करने का निर्णय लिया है २० मई २०१८ को १००० दिन पूरे होंगे|इस परियोजना को मिशन के रूप में लिया गया है और बिजलीकरण के लिए १२ महीने के भीतर क्रियान्वयन की कार्य सूची बनाई गई है| तय समय-सीमा के अंदर कार्यक्रम को पूरा करने के लिए इस पर निगरानी रखने के लिए १२ चरणों में बांटा गया है|वर्ष २०१५-१६ में अब तक ५,९३० गांवों का बिजलीकरण किय जा चुका है बचे १२,५२२ गांवों में ८,६७८ का बिजलीकरण ग्रिड के जरिये ३,३५५ गांवों का ऑफ ग्रिड के जरिये और ४८९ गांवों का बिजलीकरण राज्य सरकारों द्वारा किया जाएगा|अप्रैल २०१५ से १४अगस्त २०१५ तक १,६५४ गांवों का बिजलीकरण हो चुका है|जब से सरकार ने इसे मिशन मोड के रूप में लिया है अतिरिक्त ४,२७६ गांवों का बिजलीकरण १५ अगस्त २०१५ से २८ फरवरी तक कर दिया गया है|