पटना : वॉल्मार्ट फ्लिपकार्ट डील एवं रीटेल में एफडीआइ के खिलाफ को लेकर देश भर के लगभग 7 करोड़ व्यापारी 28 सितम्बर 2018 को भारत व्यापार बंद में शामिल होकर अपना रोजगार बंद रखेंगे एवं विरोधस्वरूप किसी प्रकार का कोई कारोबार नहीं करेंगे| भारत व्यापार बंद का आव्हान कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है|कैट के बिहार अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा एवं महामंत्री डॉ. रमेश गांधी ने संयुक्त रूप से प्रेस को संबोधित करते हुए कहा की वालमार्ट फ्लिपकार्ट डील सरासर सरकार की एफडीआई पालिसी का उल्लंघन है, जिससे आने वाले समय में देश के छोटे व्यापारियों के पेट और रोज़गार पर लात पड़ेगी|दूसरी ओर देश के रिटेल व्यापार में किसी भी तरह के विदेशी निवेश की अनुमति वर्तमान परिस्थितियों में देश के घरेलू व्यापार एवं लघु उद्योग के लिए बेहद घातक सिद्द होगी| इस वास्तविकता के बावजूद बड़ी विदेशी कंपनियों को रिटेल व्यापार में प्रवेश करने का मौका दिया जा रहा है |श्री वर्मा एवं डॉ.गांधी ने कहा की देश के छोटे व्यापारियों के व्यापार की उन्नति एवं व्यापार के बड़े अवसर प्रदान करने के लिए आज तक कोई भी कदम नहीं उठाये गए|देश में लगभग 42 लाख करोड़ का वार्षिक रिटेल व्यापार होता है, देश के छोटे व्यापारी और लघु उद्योग अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और अपने कारोबार के भविष्य को लेकर चिंतित हैं|28 सितम्बर को भारत व्यापार बंद के वालमार्ट फ्लिपकार्ट डील को रद्द करने एवं रिटेल व्यापार में विदेशी निवेश को अनुमति न दिए जाने की मांग को लेकर देश के सभी राज्यों में बड़े पैमाने पर धरना, प्रदर्शन के साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को व्यापारी संगठनों की ओर से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा|श्री वर्मा ने कहा कि ज्वेलर्स के उपर जो धारा 411/412 में भी संसोधन की जरूरत हैं, इसका सहारा लेकर पुलिस ज्वेलर्स को परेशान करतीं हैं|प्रेस वार्ता में अशोक शर्मा (कपड़ा संगठन), राकेश शर्मा (ट्रांसपोर्ट संगठन), अनूप कृष्ण (ज्वेलरी संगठन),प्रदीप कुमार जी (पटना सिटी व्यवसायिक संगठन) और दिलीप वर्मा (बक्सर व्यवसायिक संगठन) से मौजूद थे|