पटना : महाराष्ट्र विधान मंडल के तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति ने बिहार विधान परिषद् के नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन्स (नेवा) परियोजना के कार्यान्वयन का अध्ययन किया| नेवा के कार्य एवं परिणामों से संतुष्ट होकर समिति ने आशा जताई कि निकट भविष्य में महाराष्ट्र विधान मंडल में भी नेवा परियोजना को लागू किया जाएगा|समिति के सदस्यों ने सदन वेश्म में लगाए गए कम्प्यूटर टैबलेट, नेटवर्किंग एवं अन्य तकनीकी पक्षों का बारीकी से अध्ययन किया| नेवा परियोजना के प्रबंधन, वित्तीय औपचारिकताएं, राज्य सरकार का सहयोग,सदस्यों की अभिरुचि, परिषद् सचिवालय को हुई कठिनाईयों के बारे में विस्तार से समिति को जानकारी दी |परिषद् सचिवालय में आयोजित बैठक में मुम्बई विधान मंडल के अजय सर्वांनकर, सिस्टम एनालिस्ट,संतोष पराडकर,अवर सचिव, अनुपम नारखेडे,महाप्रबंधक, एम.के.सी.एल. एवं राजेश साटम, सीनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर थे|परिषद् की ओर से विनोद कुमार कार्यकारी सचिव, कमलेन्दु कुमार सिंह, निदेशक भैरव लाल दास, नोडल अधिकारी,सैयद सआदत नजीर एवं सहायक प्रोग्रामर उपस्थित थे| इसकी जानकारी बिहार विधानपरिषद के जनसंपर्क पदाधिकारी अजीत रंजन ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पत्रकारों को दी|