राज्य में 23 जिलों के 206 प्रखंड सूखाग्रस्त घोषित

पटना : आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारीनुसार वर्ष 2018 में भारत मौसम विभाग एवं बिहार कृषि विभाग से प्राप्त सूचनानुसार राज्य में वर्षापात की स्थिति अत्यंत खराब है,1 जून से 30 सितम्बर तक राज्य में 1027.6 मि.मी. औसत वर्षापात की अवधि में मात्र 771.3 मि.मी वर्षा ही हो पाई है जिसके वजह से राज्य में औसतन 25 प्रतिशत वर्षापात में कमी पाई गई है|प्राप्त सूचनानुसार कृषि विभाग, बिहार के पत्रांक-5184 दिनांक-15 अक्तूबर 2018 से प्राप्त प्रतिवेदनानुसार 23 जिले – पटना, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, गया, जहानाबाद, नवादा, औरंगाबाद, सारण, सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, भागलपुर, बांका, नालन्दा एवं सहरसा के कुल 206 प्रखंडों में खेती किये गए जमीन में दरार उत्पन्न हो गई हैं|फसलों में मुरझाने का प्रभाव है अथवा उपज में 33 प्रतिशत या उससे अधिक उत्पादन में कमी की संभावना है|राज्य में इस संभावना को देखते हुए 15 अक्तूबर 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में इसकी समीक्षा की गई, जिसके पश्चात राज्य के 23 प्रभावित जिलों के 206 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया|

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