नईदिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93वें वर्ष की आयु में नईदिल्ली के एम्स में पांच बजकर पांच मिनट पर आज शाम मृत्यु हो गयी। स्वर्गीय वाजपेयी काफी समय से बीमार चल रहे थे और विगत एक सप्ताह से एम्स में इलाजरत थे । वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था, एक ऐसे ब्यक्ती जो एक कवि,पत्रकार और एक सफल राजनेता थे,वाजपेयी अपने ब्यक्तित्व के चलते सभी दलों में लोकप्रिय थे।वे वर्ष 1996 में पहली बार 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने थे,1998 में दोबारा प्रधानमंत्री बने जिसमे इनका कार्यकाल 13 माह का रहा पुनः 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 2004 तक पद पर रहे। स्वर्गीय वाजपेयी 2009 से सक्रीय राजनीति से अलग रहने का निर्णय लिया था। 2015 में भारत सरकार ने इन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया था जिसे प्रदान करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी इनके आवास पर आकर वाजपेयी को प्रदान किये थे। स्वर्गीय वाजपेयी ने 6 वर्षों तक प्रधानमंत्री के तौर पर देश की सेवा की थी।मोरारजी देसाई मंत्रिमंडल में वाजपेयी विदेश मंत्री के तौर पर पहली बार मंत्री के तौर पे शामिल किये गए थे । विराट ब्यक्तित्व के धनि वाजपेयी हमलोगों के बीच नहीं रहे परंतु उनकी उदार ब्यक्तिव हमसबों के बीच सदा रहेगी|