पटना ; महिला हेल्पलाइन, जिला प्रशासन पटना एवं बिलिवर्स चर्च के तत्वाधान में स्थानीय महिला हेल्पलाइन परिसर में गरीब व आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं के बीच बिलिवर्स चर्च के फादर शिबू पी एलेक्स हेल्पलाइन की प्रमिला कुमारी और सुभासन के द्वारा कंबल वितरण किया गया|इस दौरान फादर शिबू पी एलेक्स ने बताया कि बिलिवर्स चर्च, महिला हेल्पलाइन, जिला प्रशासन पटना के साथ मिलकर गरीब महिलाओं और आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के सशक्तिकरण के लिए जन कल्याण के कई कार्य कर रहे हैं|इसी क्रम में आज जरूरतमंद महिलाओं के बीच कंबल वितरण किया गया, इससे पहले भी 3000 लोगों के बीच कंबल वितरित किया जा चुका है|उन्होंने कहा कि बिलिवर्स चर्च ने 2018 तक बिहार में 50,000 परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने का लक्ष्य रखा है|मुख्य रूप से बिलिवर्स चर्च ने महिला हेल्पलाइन के साथ मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के तहत 10,000 परिवारों के बीच सुलभ शौचालय और पीने के साफ पानी के लिए चापाकल लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें अब तक 2500 सुलभ शौचालय और 2000 चापाकल लगाए जा चुके हैं| उन्होंने बताया कि बिलिवर्स चर्च के आध्यात्म, सामाजिक और चैरिटिबल ट्रस्ट के तहत बिहार में बाढ़ प्रभावित 4000 से अधिक लोगों के बीच फूड पैकेट बांटे|इसके अलावा चर्च ट्रस्ट के माध्यम से बिहार में तकरीबन 2000 से अधिक कल्याणकारी कार्य कर रही है जिससे पिछड़े परिवारों के जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके|महिला हेल्पलाइन संचालक प्रमिला कुमारी ने कहा कि महिलाओं खासकर निम्न, आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरत मंद महिलाओं के उत्थान के लिए महिला हेल्प लाइन हमेशा तत्पर है|इसके लिए बिलिवर्स चर्च की ओर से हमें हरसंभव मदद मिलती है|चर्च के सहयोग से हम पटना और पटना के सुदूर इलाके में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रयासरत हैं|उन्होंने बताया कि बिलिवर्स चर्च के साथ हेल्प लाइन का एक कमिंटमेंट है जिसके तहत हम महिलाओं के सशक्तिकरण की मुहीम में लगे हैं|बिलिवर्स चर्च की मदद से ही हमने हाल में भी 500 डिजाइनर मशीन जरूरत मंद महिलाओं के बीच बांटा जिससे उन्हें रोजगार मिल सके|उन्होंने कहा कि ये सरकारी योजनाएं नहीं हैं फिर भी बिलिवर्स चर्च की मदद से महिला हेल्प लाइन सामाजिक उत्थान के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रही है|प्रमिला कुमारी ने महिलाओं से अपील की कि किसी भी समस्या में आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद महिलाएं महिला हेल्पलाइन से संपर्क करें उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी|